शनिवार, 18 जुलाई 2009

बिकाऊ है, बोलो खरीदोगे?

टीवी की दुनिया में एक बात अक्सर कही जाती है। "जो बिकता है, वो दिखता है'। कई बार लगता है कि सच भी है। अब अपनी राखी सावंत को ही ले लीजिए। किसी भी रूप में, अंदाज में, पोशाक में, खूब बिकती हैं। जमकर बिकती हैं। और मीडिया वाले भी उसे किसी न किसी खूब भूनाते हैं। एनडीटीवी इमेजिन पर शुरू हुआ "राखी का स्वयंवर' खूब लोकप्रिय हो रहा है। खूब देखा जा रहा है। आज के युवा इस सीरीयल को जमकर देख रहे हैं, आहें भर रहे हैं- "हम वहां क्यों नहीं हैं? कोई शोक जता रहा है, दुख मना रहा है। क्या राखी सावंत वाकई किसी के गले में वरमाला डाल देगी? हर दूसरा युवक ये सवाल पूछता मिल जाता है। राखी का भाई भी है जो उसे समय समय पर सलाह देता दिखाई दे जाता है। इस स्वयंवर के कई प्रतियोगी उम्मीदवार एक एक कर बाहर हो चुके हैं। अपनी राखी ने बड़ी ही खूबसूरती से उन उम्मीदवारों से किनारा कर लिया। बड़े ही नाटकीय अंदाज में उसने अपने पांच संभावित पतियों के लिए करवा चौथ का व्रत भी रखा। उनकी मांओं ने उसका इंटरव्यू भी लिया या कहिए कि होने वाली बहु (अपनी कभी न होने वाली बहु) को इंटरव्यू दिया। एनडीटीवी पर तो ये सीरीयल धमाल मचा ही रहा है, लेकिन जो लोग इमेजिन नहीं देख पाते, उनके लिए न्यूज चैनल्स ये सुविधा मुहैया करा देते हैं। सबको मालूम है कि राखी का मामला है तो जो दिखाओ बिकेगा। असलियत यही है कि किसी चैनल को समाजिक सरोकारों से मतलब नहीं है, सभी टीआरपी की दौड़ में शामिल हैं। चीजें एक ही परोस रहे हैं, बस अंदाज अलग अलग हैं। कोई उसे पांचाली बता रहा है, तो कोई द्रोपदी लिख रहा है। मकसद एक है। सभी राखी को बेचना चाह रहे हैं। राखी बिक भी रही है। कोई, किसी भी भ्रम में ना रहें। ये वास्तविक स्वयंवर नहीं है, जहां अपना वर खुद चुना जाता है। ये सिर्फ एक प्रोग्राम हो सकता है, और यकीन मानिए, राखी सबको अंगूठा दिखाकर निकल जाएगी। इस बॉलीवुड बाला का स्वयंवर तब तक ही चलेगा, जब तक एनडीटीवी इमेजिन का कांट्रेक्ट है, उसके बाद सभी कलाकार अपने अपने घर लौट जाएंगे, कुछ लौट चुके हैं। कांट्रेक्ट खत्म होने के बाद इमेजिन पर तो राखी का स्वयंवर खत्म हो जाएगा लेकिन न्यूज चैनल्स उसके स्वयंवर की फुटेज संभाल कर रखेंगे, और जिस दिन राखी की शादी होगी, उस दिन उसके इस पहनावे को, उसकी अदाओं को जमकर बेचेंगे, और जान लीजिए, राखी का ये असफल साबित हुआ स्वयंवर सही मायनों में तभी बिकेगा। खूब बिकेगा।

7 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

सुनते तो थे की राखी बिकती है... लेकिन आज आपने बता कर पक्का कर दिया... वैसे रेट कितना है...
खैर ये तो रही मजाक की बात... मुझे सनसनी की रा फुटेज भी याद है जिसमे........
टीवी की भी अपनी मजबूरी है.. जब सारा जमाना राखी-राखी कर रहा हो तब बेचारे चैनल वाले उसे क्यों न दिखाएँ... जब सामने राखी की अदाएं हों और दुसरे में मायावती जी का ड्रामा तो आप क्या देखना ज्यादा पसंद करेंगे.....

Kajal Kumar ने कहा…

आखिर प्रणय राय का ये चैनल आजतक /इंडिया टी वी की राह चल निकलने से बच नहीं सका. NDTV ने लंबे समय तक विज्ञापनों का टोटा सहकर भी एसे अनर्गल रास्ते नहीं चुने थे. लेकिन लगता हे कि अब उसे भी अपनी काबलियत पर शक होने लगा है जो एसे टोटकों के हाथ चढ़ गया है.

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" ने कहा…

ये राखी सचमुच में सबको राखी बाँधकर अपने रास्ते चलती बनेगी....किसी ओर एक नई नौटंकी की तलाश में!

ओम आर्य ने कहा…

kyaa kare ye raakhi kaa jaadoo hai .....

अफ़लातून ने कहा…

काली पृष्टभूमि पर पीले अक्षर आँखों को सुकून नहीं दे रहे हैं । आपका ब्लॉग देखता रहा हूँ ।

Unknown ने कहा…

rakhi ki shadi ka to pata nahi par usse pehle ho sakta hai ki baki shows ki tarah rakhi ka svayamvar season two aa jaye... khair tab bhi rakhi media ko ek naya masala de degi

preeti kanojia ने कहा…

aap sahi kah rahe hai ki rakhi bikti hai.....lekin sawal koi khareedne walo se kyu nahi karta...ye to dhandha hai aur bahut chokha bhi hai....lekin isme bahut log shamil hai....lekin naam hamesh rakhi ka hi uppar aata hai...kapde bhi sabhi ne utar diye hai..par rakhi ki TRP mein kami nahi aai....yahi to rakhi hai...jo yakeen maniye kisi ke liye ho na ho...Item girls KE liye role model zaroor hai..